ओ३म् बोल मेरी रसना घड़ी – घड़ी ।।
सकल काम तज , ओ३म् नाम भज ।
मुख मण्डल में पड़ी – पड़ी ।।१ ।।
ओ३म् नाम सर्वोत्तम प्रभु का ।
कहे वेद की कड़ी कड़ी ।।२ ।।
पूर्ण ब्रह्म करेंगे पूरण ।
सब आशाएँ बड़ी – बड़ी ।। ३ ।।
पल – पल में ले जाना चाहती ।
मौत सिरहाने खड़ी खड़ी ।।४ ।।
हरा भरा हो जाए जीवन ।
लगे ओ३म् की झड़ी झड़ी ।।५ ।।