चाँद सितारों जैसी इसकी शान बनाएँगे।
स्वर्ग समान अपना देश बनाएँगे ।।
दूर उड़ाकर ले जाएँगे, हम पंछी पिंजरा अपनाऽ
जब तक पर हैं साथ हमारे, आजादी फिर क्या सपना ।।
आज सौगन्ध ये ले आऽऽ आज सौगन्ध ये ले आऽऽ
माँगी हुई रिहाई से तो प्राण गँवाएँगे।।१।।
बलिदानों से हमको मिला देश हमारा 👇https://aryaveerdal.in/balidano-se-hamko-mila-desh-hamara/
जिन बागों की कलियों के होठों पर हों गम के साए ।
पतझड़ की तानाशाही में, फूल न जिन पर खिल पाए।
गम ना कर माली आऽऽ गम ना कर माली आऽऽ
फसलें बहार बनकर तुमको , हम दिखलाएँगे। । २ ।।
भूख गरीबी बेकारी क्यों, माँग रहे हो किस्मत से।
आओ बना दें पहले जैसा, इसको अपनी मेहनत से ।।
सोने की चिड़िया आऽऽ सोने की चिड़िया आऽऽ
देश के माथे से मिलकर, हम दाग मिटाएँगे।।३।।
बोलो जय जयकार 👇 https://aryaveerdal.in/bolo-jay-jay-kaar/