गीत :- वीर भाव चित्त धरिए 👇https://aryaveerdal.in/veer-bhav-chitt-dhariye/
भगवान दया करके बल दो, तूफानों से टकराने का ।
सागर की तरल तरंगों से, स्वर मिला मिला कर गाने का।।
अन्याय के सम्मुख शिर न झुके ।
और कण्टक मग में पग न रुके।
वर दो जीवन के अविरल पथ पर आगे बढ़ते जाने का ।।१।।
जगा वीरताई का भाव रहे।
और यथा योग्य बर्ताव रहे।
लहरों पर चलती नाव रहे, इसके उस पार लगाने का ।।२।।
गीत :- भगवान मेरी नैया उस पार लगा देना 👇https://aryaveerdal.in/bhagwan-meri-naiya-par-lga-dena/
तप तेज से भूषित जीवन हो ।
नव नव उल्लास भरा मन हो ।
जीवन के सरस सरोवर में, आशा के कमल खिलाने का ||३||
प्रकृति के आँगन में विकसित ।
यह जीवन सुमन रहे सुरभित । ।
नित चाव रहे जग उपवन में, ज्योति के दीप जलाने का । ।४ ।।
गीत :- इतनी शक्ति हमें देना दाता 👇https://aryaveerdal.in/itani-shakti-hame-dena-data/