जागो तो एक बार जागो जागो तो ।।
जागे शंकर दयानन्द जागे, नास्तिक मत पाखण्डी भागे ।
हुआ वेद का जय जयकार ।। १ ।।
जागे थे प्रताप शिवाजी, जीत गए मुगलों से बाजी।
रुक गए अत्याचार ।।२।।
जागे थे गुरु गोविन्द प्यारे, देश पे चारों बच्चे वारे ।
वार दिया परिवार ।।३।।
तुम समय की रेत पर 👇 https://aryaveerdal.in/tum-samay-ki-ret-par/
जागी थी झाँसी की रानी, इकली थी पर हार न मानी।
चमक उठी तलवार ।।४।।
जागे थे भगतसिंह प्यारे, असेम्बली में लग गए नारे।।
हुआ बम का धुंआधार ।।५।।
सुभाषचन्द्र नेताजी जागे, अंग्रेजों के छक्के छुड़ा गए।
काँप उठी सरकार ।। ६ ।।
आर्य वीरों जगो जगाओ, ऊँच नीच का भेद मिटाओ।
करो देश उद्धार ।।७।।
अन्नायी से लड़ना दिखो👇 https://aryaveerdal.in/annayi-se-ladna-sikho/