मुझको आज महान बना दो :- 👇 https://aryaveerdal.in/mujhko-aaj-mahan-bna-do/
छोटे-छोटे पाँव हैं, अपने आगे मंजिल बड़ी बड़ी ।
निकल पड़ो रे छाँव से बाहर, धूप बुलाती खड़ी खड़ी ।।
जहाँ-जहाँ भी आँसू होंगे, हम पहुँचेंगे वहीं-वहीं ।
फूलों पर जो शूल बिछे हों, आगे बढ़ते रहें वहीं ।
देख रही है हमको दुनिया, चौरस्ते पे खड़ी खड़ी ।।१।।
चरित्र निर्माण :- 👉 https://aryaveerdal.in/charitra-nirman/
जिस मिट्टी में जन्म लिया है, उसका कर्ज चुकाएँगे।
हम गुलाब की कलियाँ हैं, इस धरती को महकाएँगे।
जीवन आगे बढ़ जाता है, मौत सिसकती पड़ी पड़ी।।२।।
आओ मिलकर काम करें हम, देश को स्वर्ग बनाएँगे।
ऊँच-नीच के भेदभाव को मिलकर आज मिटाएँगे।
बिखर रही मोती की लड़ियाँ हम जोड़ेंगे कड़ी कड़ी।।३।।