गीत :- देश धर्म पर हंसकर मरना 👇https://aryaveerdal.in/desh-dharm-par-has-kar-marna/
मुझको आज महान बना दो।
मैं नभ से जाकर टकराऊँ, बल पौरुष से जग थर्राऊँ ।
कोटि-कोटि कण्ठों में गूँजूँ, मुझको कवि का गान बना दो।।१।।
आतंकित होवे दुःशासन, कीचक का मैं प्राणान्तक बन ।
द्रुपद सुता की लाज बचा लूँ, मुझको भीम बलवान् बना दो।।२ ।।
नहीं विश्व का राज चाहिए, नहीं स्वर्ग का ताज चाहिए।
दुर्बल शोषित और विताड़ित, मानव का अरमान बना दो।।३।।
गीत :- भगवान दया करके बल दो 👇https://aryaveerdal.in/bhagwan-dya-karke-bal-do/