भगवान आर्यों को पहली लगन लगा दे।
वैदिक धर्म के खातिर मिटना इन्हें सिखा दे ।।
फिर राम कृष्ण निकले घर घर गली गली से ।
अर्जुन व कर्ण जैसे योद्धा रणस्थली से ।
भीष्म से ब्रह्मचारी और भीम महाबली से।
गौतम कणाद जैमिनी ऋषिवर पतञ्जलि से ।
फिर से कोई दयानन्द जैसा ऋषि दिखा दे।।१।।
चेतना जगाओं आप 👇 https://aryaveerdal.in/chetna-jagao-aap/
ऐसे हों लाल पैदा खेले जो गोलियों से।
भूमि को तृप्त कर दे श्रद्धा की झोलियों से।
गूँजे ये देश मेरा शेरों की बोलियों से ।
बिस्मिल गुरु भगतसिंह वीरों की टोलियों से ।
इनको वतन की खातिर फाँसी पे भी हँसा दे ।।२।।
कोई लेखराम जैसा गुरुदत्त दयाल होवे ।
कोई श्रद्धानन्द होवे कोई हंसराज होवे ।
बढ़ती बीमारियों का फिर से इलाज होवे ।
नेतृत्व जिनका पाकर उन्नत समाज होवे ।
बेधड़क लाजपत सा फिर से पथिक बना दे ||३||
उठो जवानों 👇 https://aryaveerdal.in/utho-jawano/