प्रिय आर्यवीरों
सस्नेह नमस्ते
1. आशा है कि गत दो मास के मध्य आपने विजयदशमी और दीपावली पर्व हर्षोल्लास से मनाये होंगे। इसी समय आर्य वीर निधि संग्रह और सदस्यता अभियान का दिशा निर्देश दिया गया था। यदि इस कार्य में कुछ विलम्ब हो गया हो तो इसे शीघ्र ही पूरा करें। आर्य वीर सदस्यता अभियान के अन्तर्गत नये आर्य वीरों को अपने साथ जोड़ें।
2. इस समय शरद ऋतु चल रही है। मार्गशीर्ष (अगहन) का मास सर्वोत्तम माना गया है। यह समय स्वास्थ्य वृद्धि के लिये सर्वोत्तम है। इसलिये आर्यवीर दल की शाखा में दण्ड- बैठक, मल्लयुद्ध तथा शारीरिक व्यायाम जो शरीर की मांसपेशियों को सुदृढ़ बनायें उन्हें सम्मिलित करें।
3.प्राणायाम में कपाल भांति, भस्त्रिका और नाडीशुद्धि का अभ्यास करना उचित है।
4. यह ऋतु पठन-पाठन के लिये भी अनुकूल हैं। दिसम्बर मास में परीक्षायें भी होती हैं इसलिये उनकी अभी से तैयारी प्रारम्भ कर दें। रात्रि में 8 से 10 बजे और प्रातः 5 से 6 बजे तक पढ़ने का समय निकालें। प्रातः 6 बजे से 7 बजे तक शाखा लगायें।
5. 25 दिसम्बर को स्वामी श्रद्धानन्द बलिदान दिवस मनाया जाता है। इस दिन आर्य समाज के कार्यक्रमों में सम्मिलित होकर शोभायात्रा निकालें अथवा अपनी शाखा में स्वामी श्रद्धानन्द जी के जीवन चरित्र की कुछ घटनाओं को सुनायें। 25 से 31 दिसम्बर तक अवकाश रहते है। आर्यवीर दल के शिविर अनेक प्रान्तों में लगते है। इनकी सूचना प्राप्त करके उनमें सहभागी बनें।

शुभकामनाओं सहित !
सत्यवीर आर्य
प्रधान संचालक
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तलवार का प्रदर्शन। आर्य वीर महासम्मेलन मुरादाबाद
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