शहीद भगतसिंह 👇🏻https://aryaveerdal.in/shahid-bhagat-singh/
कसम है नौजवानों तुम्हें नौजवानी की।
कसम है मातृभूमि की गंगा के पानी की।।
इस जन्मभूमि पर न कोई आँख उठाए ।
माता की लाज को न कोई लूटने पाए।
दे देना खून देश की मिट्टी न देना तुम ।
दुश्मन जो धरे पाँव उसे काट देना तुम । ।
जिन्दा रहेगी याद तुम्हारी निशानी की । ।१।।
चाहे नज़र के सामने चलती हों गोलियाँ ।
मस्ती से चलो झूम के बन बन के टोलियाँ ।।
कन्धे से कन्धा जोड़ कर दीवार बना लो।
कदम से कदम जोड़ कर रफ्तार बना लो ।।
धर्मवीर हकीकत राय 👇🏻https://aryaveerdal.in/dhramveer-hakikat-ray/
मरना वतन पे मंजिल हैं जिन्दगानी की।।२।।
कितने ही धरती माँ की गोद में सो गए।
कितने ही देश के लिए शहीद हो गए । ।
कसम है उन शहीदों की हर माँ के लाल को ।
चलने न देंगे देश में दुश्मन की चाल को ।
करनी है ‘पथिक’ रक्षा कर हिन्दुस्तानी की।।३।।