
ओ३म्
आर्य वीरों के लिए जनवरी-फरवरी 2023 का कार्यक्रम –
प्रिय आर्य वीरों
सस्नेह नमस्ते
1. प्रातः जागरण 4-5 बजे
2. शौच आदि से निवृत्ति 30 मिनट
3. अध्ययन 1:30 घंटा
4. व्यायाम 30 मिनट
5. स्नान एवं प्रातःराश 40 मिनट
6. विद्यालय से आने के बाद अल्पाहार लें।
7. एक घंटा विद्यालय में दिए गए पाठ का स्मरण एवं गृह कार्य करें
9. रविवार के दिन तेल मालिश धूप स्नान।
10. सप्ताह में पठित विषयों की पुनरावृत्ति करके आवश्यक नोट बनाये।
11. रविवार को आर्य वीर दल की साप्ताहिक शाखा जरूर लगाएं।
भोजन- शीत ऋतु में जठराग्नि प्रबल हो जाती है। अतः पुष्टिदायक भोजन घृत, दुग्ध, पाक, मेवा, फल, साग, सब्जी का सेवन करना हितकारी है। सायंकाल दूध के साथ ब्राह्म रसायन, च्यवनप्राश, खजूर, मुनक्का, अदरक, हल्दी का सेवन अति उत्तम है।
दूध में डालकर ले सकते हैं। आंवला प्रतिदिन 1-2 नग कच्चा ही धोकर खाएं अथवा चूर्ण बनाकर पानी से लें आंवले की चटनी या अचार बना कर भी लिया जा सकता है।

ओ३म् सार्वदेशिक आर्य वीर दल व्यायाम :
प्रातः काल स्फूर्ति दायक व्यायाम, दौड़, दंड बैठक, सूर्य नमस्कार, आसन-प्राणायाम। सायंकाल- खेल, भ्रमण, आत्मरक्षा, नियुद्धम, शस्त्र संचालन आदि।
प्राणायाम- नजला, जुकाम, खांसी आदि कफ के रोगो के निवारणार्थ, कपालभांति, भस्त्रिका, सूर्यभेदी, आभ्यंतर कुंभक सूत्रनेती – जलनेति।
जप- ध्यान को भृकुटि में केंद्रित कर गायत्री या ओ३म् का जाप करने से मन एकग्र होता है।
स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय।
1. प्रातः काल नित्य कर्मों से निवृत्त होकर आसन, प्राणायाम, जप, ध्यान करें।
2. पाठ स्मरण करने के लिए पुस्तक के एक पृष्ठ को पढ़कर आंख बंद करके उसमें आए मुख्य बिंदुओं का स्मरण करें। ऐसे ही एक अध्याय और पश्चात एक विषय के महत्वपूर्ण प्रश्नों का स्मरण करते चले जाएं।
3. प्रसन्न रहना- परीक्षा निकट होने से उत्पन्न तनाव को हटाकर प्रसन्न रहते हुए उत्साहपूर्वक सभी विषयों को स्मरण करने का प्रयत्न करें। प्रसन्न रहने से मस्तिष्क में एण्ड्रोफिन का स्राव बढ़कर तनाव घट जाएगा।
4. परीक्षा निकट आने पर तनाव होना स्वाभाविक है। इसे हटाने के लिए अभी से सभी विषयों की तैयारी प्रारंभ कर दें प्रत्येक विषय के महत्वपूर्ण प्रश्नों के नोट बनाएं और उनकी पुनरावृति (रिवीजन) करते रहे तथा उन्हें लिखने का भी अभ्यास करें।

सार्वदेशिक आर्य वीर दल सूचना पत्र आर्य पर्व
- मकर सक्रांति – इसे शाखा स्थल या बाहर पिकनिक स्थल में सामूहिक रूप में मनाये। सभी मिलकर खेल, शक्ति के व्यायाम आदि की प्रतियोगिता करें और तिल गुड़ के लड्डू, मूंगफली, रेवड़ी आदि सभी आर्य वीर मिल कर खायें।
2. आर्य वीर स्थापना दिवस 26 जनवरी इस दिन आर्य समाजों में जाकर यज्ञ, आर्य वीर दल के उद्देश्य, आर्य वीर दल की आवश्यकता पर व्याख्यान, लेखन प्रतियोगिता, सामूहिक व्यायाम प्रदर्शन, राष्ट्रीय ध्वज एवं आर्य वीर दल ध्वज का ध्वजारोहण करें और अपने क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत एवं सम्मानित करें।
3 शिवरात्रि – इस दिन स्वामी दयानन्द सरस्वती को सच्चे शिव का ज्ञान हुआ था। स्वामी दयानन्द जी का जीवन चरित्र वर्णन, वर्तमान समय में देश की परिस्थिति और आर्यवीरों का कर्तव्य क्या है? इस विषय पर चर्चा करें और अगले वर्ष का कार्यक्रम बनाकर उसे पूरा करने का संकल्प लें।
4. महर्षि दयानंद सरस्वती जी का जन्मदिवस- जो 12 फरवरी को आता है। उसे भी उत्साह पूर्वक मनाएं महर्षि का गुणगान, महर्षि के भजन एवं उनके जीवन चरित्र को पढ़कर शिक्षा लें।
शुभकामनाओं सहित
सत्य वीर आर्य
प्रधान संचालक
सार्वदेशिक आर्यवीर दल
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शाखा नायक की उपाधि के साथ प्रांतीय आर्य वीर दल प्रशिक्षण शिविर संपन्न – राजस्थान