महर्षि देव दयानंद सरस्वती जी के 140 वा बलिदान दिवस मनाया गया आर्य समाज लोधी मोहल्ला गंज सीहोर एवं आर्य वीर दल जिला सीहोर की ओर से भेरूदा तहसील में *विनम्र श्रद्धांजलि* 30 अक्टूबर 1883 को उनका अजमेर में बलिदान हुआ था ऋषि मिशन को आगे बढ़ाने का व उनके संदेश को जन जन तक पहुंचाने का *मध्य भारतीय आर्य प्रतिनिधि सभा आर्य समाज एवं आर्य वीर दल ने संकल्प* लें लिया है।
इस कार्य को मिलकर आगे बढ़ाये *महर्षि देव दयानंद सरस्वती जी की पुण्यतिथि* पर विद्यालय के आर्य वीर एवं आर्य वीरांगनाओं को स्वामी दयानंद सरस्वती जी द्वारा किए कार्यों को बताया गया वैदिक संस्कृति आर्य संस्कृति के प्रचार प्रसार और विस्तार के लिए स्वामी दयानंद जी ने अपने जीवन की आहुति प्रदान की समाज से जातिवाद छुआछूत पाखंडवाद अंधभक्ति अन्ध श्रद्धा रुड़ी वादी परंपरा को दूर करने के लिए स्वामी दयानंद जी ने जो कार्य किया।

उन कार्यों को विद्यार्थियों के समक्ष बताया गया शासकीय विद्यालय छिपानेर, शासकीय विद्यालय गोपाल पुरा, शासकीय विद्यालय पिपलानी, शासकीय विद्यालय नयापुरा, नालन्दा मिडिल स्कूल इटारसी ____लगभग 800 आर्य वीर एवं आर्य वीरांगनाओं को स्वामी दयानंद जी की पुण्य तिथि पर संबंधित किया गया।

और विद्यार्थियों को आत्मरक्षा एवं योग का प्रशिक्षण दिया गया कार्यक्रम में उपस्थित आचार्य विजय राठौर वासुदेव जी जादवानी प्रचार मंत्री सुमित जी गौर चिल्ड्रन हेल्पलाइन विदोश गौर अमित जी राठौर गायक अमित जी खरे लोकेश जी नागर प्राचार्य एवं विद्यालय परिवार के सभी शिक्षक–शिक्षिकाऐ आदि🙏
आचार्य विजय राठौर
प्रांतीय प्रचार मंत्री
आर्य वीर दल मध्य प्रदेश एवं विदर्भ
आर्य वीर दल के अन्य कार्यक्रम –
वीर पर्व आयोजन पंजाबी बाग़ की गुरु विरजानंद शाखा व जयदेव पार्क की चंद्रगुप्त मौर्य शाखा के द्वारा 27 अक्टूबर को वीर पर्व का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें आर्य समाज के अधिकारी व सदस्य, आर्य वीर दल के अधिकारी, शिक्षक, शाखा के अधिकारी एवं अभिभावक उपस्थित थे। वीर पर्व के आयोजन में यज्ञ, भजन, शक्ति प्रदर्शन का सुंदर मंचन किया गया।



वीर पर्व आयोजन सूरजमल विहार में वीर-वीरांगना महर्षि पतंजलि शाखा के द्वारा 29 अक्टूबर को वीर पर्व का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें आर्य समाज के अधिकारी, आर्य वीर दल व वीरांगना दल के अधिकारी, शिक्षक, शाखा के अधिकारी एवं अभिभावक उपस्थित थे। वीर पर्व के आयोजन में यज्ञ , भजन, देशभक्ति गीत, कविता एवं शक्ति प्रदर्शन का सुंदर मंचन किया गया। साथ ही वीर निधि एकत्र की गई।





