भारत के कोने-कोने से , हम सब बच्चे आए हैं।
नई उमंगों आशाओं का हम संदेशा लाए हैं ।।
हिमगिरि की ऊँचाई लाए, हम सागर की गहराई ।
हम पूरब से आए लाए, प्रातः किरण की अरुणाई ।।
नव जीवन ज्योति से जगमग, दीप जलाने आए हैं ।। १ ।।
धरती की शान 👇https://aryaveerdal.in/dharti-ki-shan/
हम पश्चिम से आए लाए, आग राग राजस्थानी ।
हम लाए हैं गंग-यमुन के संगम का निर्मल पानी ।।
आपस में हम भाई-भाई, गले लगाने आए हैं ।। २ ।।
कल आने वाली दुनिया को, हम कुछ कर दिखलाएँगे ।
भारत के ऊँचे माथे को ऊँचा और उठाएँगे।
भारत माता के चरणों में शीश झुकाने आए हैं ।।३।।
निकल रहा सूरज प्राची में 👇https://aryaveerdal.in/nikal-rha-suraj-prachi-me/