विजयदशमी पर्व पर प्रधान संचालक जी का संदेश
माननीय उप प्रधान संचालक जी एवं समस्त प्रांतीय संचालक महानुभव तथा प्यारे आर्य वीरो।
मान्यवर,
1-आशा है आप स्वस्थ एवं प्रसन्न होंगे। आप अपने अपने क्षेत्र में संगठन का कार्य सुचारु रूप से संचालित कर रहे होंगे। महर्षि स्वामी दयानंद जी की 200 वीं जन्म जयंती के कार्यक्रम भी सर्वत्र धूमधाम से संपन्न किये जा रहे हैं।
2-सन 2023 का वीर पर्व विजयदशमी (दशहरा) निकट है, यह क्षत्रियों का पर्व है, यह बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व भी है। आप सभी माननीय अधिकारी एवं कार्यकर्ता व आर्यवीर महानुभव निकटस्थ समाज में अथवा सार्वजनिक स्थान पर सामूहिक यज्ञ करें। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी और योगीराज श्री कृष्ण के जीवन पर चर्चा करें, कर्म योग पर भी विचार दें। प्रभात फेरी व शोभा यात्राओं का आयोजन करें। अस्त्र शस्त्रों की सफाई एवं प्रदर्शन करें, शाखा स्थल या सार्वजनिक स्थान पर व्यायाम प्रदर्शनों का आयोजन भी करें।
3- *आर्यवीर दल सदस्यता अभियान तीव्र गति से (वीर पर्व से दीपावली तक) चलाएं
* प्रत्येक प्रांत में सदस्यता अभियान निश्चित रूप से चले, प्रांतीय अधिकारी यह सुनिश्चित करें। (सदस्यता के फॉर्म सितंबर अक्टूबर के कार्यक्रम में सभी को भिजवा दिए गए हैं)
4-वीर निधि-इसी अवधि में (दशहरे से दीपावली तक) आर्य वीर निधि संग्रहित करें। इस निधि का आधा भाग स्थानीय इकाई, चौथा भाग प्रांतीय इकाई तथा शेष चौथा भाग केंद्र को प्रेषित करें।
अपनी शाखा के आर्य वीरों का पूर्ण विवरण (आर्यवीर का नाम, पता ,संख्या तथा शाखा का स्थान आदि) प्रांतीय संचालकों एवं सार्वदेशिक आर्यवीर दल
के प्रधान संचालक महोदय को अवश्य ही भिजवाएं।
विशेष -माननीय प्रांतीय अधिकारी महानुभव अपने संपूर्ण रिकॉर्ड को कंप्यूटराइज करने की दिशा में कार्य प्रारंभ कर दें।
धन्यवाद एवं शुभकामनाओं सहित-
भवदीय
सत्यवीर आर्य
प्रधान संचालक
सर्वदेशिक आर्य वीर दल।

आर्य वीरों को सक्रिय रूप से जागरूक करने के लिए उत्तम संदेश है (गोविंद आर्य)