श्री वेदप्रकाश आर्य (मण्डलपति),शाखा का निरीक्षण करने आते थेतथा बच्चों
में फल इत्यादि का वितरण करते थे। बच्चों की आसन प्रतियोगिता कराते थे। गाँव के
बच्चों को फरीदाबाद,पलवल व रोहतक के सम्मेलन में ले कर गए ।फतेहपुर बिल्लौच
के सरकारी स्कूल में ग्रीष्मकालीन शिविर में भी गाँव के बच्चे गए थे।
हरबीर आर्य सुपुत्र श्री बाबूराम जी ने शिक्षक के रूप में बहुत मेहनत की।
आजीवन अविवाहित रहकर आर्य वीर दल का कार्य करना चाहते थे परन्तु परिवार व
रिश्तेदारों ने दबाव डालकर विवाह करा दिया ।सम्भवतःसन् 1988 में शाखा लगनी
बन्द हो गई। परन्तु साप्ताहिक यज्ञ का कार्यक्रम चलता रहा।आप सन् 2010 से अपने
घर प्रतिदिन यज्ञ कर रहे हैं।
आर्य वीर प्रान्तीय महासम्मेलन फरीदाबाद
मुझे अच्छी तरह याद है कि जून 1982 ई. में आर्य वीर दल हरियाणा का
महासम्मेलन दशहरा ग्राऊंण्ड फरीदाबाद में आयोजित किया गया था । एन.आई.टी.
फरीदाबाद में शोभा यात्रा निकली थी ।शोभा यात्रा के पश्चात उबले हुए चने तथा चाय
पीने को मिली थी। ग्राम डीग व सुनपेड़ के आर्य वीरों के तम्बू साथ-साथ थे। उन दिनों
वहाँ शायद अपोलो सरकस भी लगा हुआ था।