आप महेन्द्रगढ़ (हरियाणा) के हैं। आपने लोनावाला (महाराष्ट्र) से योग में पीएचडी
की है। आर्य वीर दल से जुड़े तथा नौकरी छोड़ दी।सार्वदेशिक आर्य वीर दल के प्रधान
व्यायाम शिक्षक रहे। समाज सेवा का व्रत लिया तथा अविवाहित रहकर आर्य वीर दल
केतीसरेउद्देश्य सेवा को जीवन का ध्येय बनाया ।पाली (फरीदाबाद) में ओम योग संस्थान
की सन् 1998 ई. में स्थापना की ।
योग, प्राणायाम, प्राकृतिक चिकित्सा, एक्यूप्रेशर,
रेकी तथा यज्ञ व संगीत थैरेपी के माध्यम से लोगों को शारीरिक व मानसिक रोगों से
बचाने का कार्य कर रहे हैं। आपके संगीतमय प्रवचन जनता पर अच्छा प्रभाव छोड़ते हैं।
आप अमरीका आदि देशों में प्रचार हेतु जाते रहते हैं। सुनपेड़ में आप अनेक बार आए
हैं।