आर्य वीर दल के संयुक्त शाखा उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में आर्य समाज रेमा में आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर में लगभग 100 बाल आर्यवीर एवं वरिष्ठ आर्य वीरो ने भाग लिया जिसमें यह सभी आर्यवीर कठौरी रेमा एवं रामनगर से आए थे इनमें से वरिष्ठ आर्य वीरों ने प्रथम द्वितीय श्रेणी के आर्य वीर दल के प्रशिक्षण शिविरों में भाग लिया है और आगे राष्ट्रीय शिविर की तैयारी कर रहे हैं। यह सभी कार्यक्रम 13 नवंबर 2022 को शाम को 3:00 बजे आयोजित किया गया। जिसमें महत्वपूर्ण निर्देशन दिनेश जी एवं आर्य समाज के कार्यकर्ताओं का रहा।
इस प्रशिक्षण शिविर में आर्य वीर दल के व्यायाम शिक्षक रूपेंद्र आर्य जी द्वारा सभी आर्यवीर को आर्य वीर दल के प्रथम श्रेणी के पाठ्यक्रमों का अभ्यास करवाया गया। एवं बौद्धिक के रूप में रुपेन्द्र आर्य जी ने बच्चों को आर्य वीर दल के उद्देश्य संस्कृति रक्षा, शक्ति संचय, एवं सेवा कार्य, के बारे में अवगत कराया और उन्होंने संस्कार के बारे में बोलते हुए कहा गुणों की वृद्धि करने का नाम ही संस्कार है ।
जिस प्रकार से सब्जी में हल्दी नमक अदरक इलायची इत्यादि डालने से सब्जी का स्वाद बढ़ जाता है। उसी प्रकार जीवन में अच्छे गुणों को धारण करने से व्यक्तित्व की शोभा बढ़ जाती है। और राहुल आर्यवीर ने आर्य वीरों को बल्ब के आविष्कार के बारे में बताते हुए कहा कि हमें अपना लक्ष्य बड़ा रखना चाहिए , और लगन से काम करना चाहिए जिस प्रकार से बल्ब का आविष्कार करने के लिए हजारों बार प्रयत्न किया गया था उसी प्रकार हमें अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हजारों बार प्रयत्न करना चाहिए तभी हमे सफलता प्राप्त होगी इस प्रकार सभी अधिकारियों ने आर्य वीरों को प्रोत्साहित किया।
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