दिनांक : 08 दिसम्बर, गुरुवार से 11 दिसम्बर रविवार 202250 तक
कार्यक्रम: विशाल शोभायात्रा, विभिन्न विषयों पर भजन प्रवचन, आर्य वीर / वीरांगना दल का शौर्य प्रदर्शन
स्थान: स्वामी दयानन्द पूर्व माध्यमिक विद्यालय
सुतीहट्टा बस्ती
कोषाध्यक्ष
राजेन्द्र आर्य 9839152510
वैदिक पुरोहित देवव्रत आर्य 9721071742
प्रधान
ओम प्रकाश आर्य 9918300676
कार्यक्रम संयोजक : आदित्य नारायण प्रधानाध्यापक स्वामी दयानंद विद्यालय : 8858058910
संक्षिप्त परिचयवेद चार है
[ऋग्वेद-10552 (मंत्र) ज्ञान (विषय) अग्नि (ऋषि)
यजुर्वेद- 1975 (मंत्र) कर्म (विषय) वायु (ऋषि)
सामवेद-1875 (मंत्र) उपासना (विषय) आदित्य (ऋषि)
अथर्ववेद – 5977. (मंत्री) विज्ञान (विषय) अंगिरा (ऋषि)]
उपरोक्त चार ऋषियों के हृदय में परमात्मा ने सृष्टि उत्पत्ति के समान का प्रकाश मनुष्य के कल्याण के लिए दिया था। यह ज्ञानयों ने अपनी वाणी के माध्यम से शिष्यों को दिया इसीलिए कहलाते हैं। जय लिखने के माध्यम उपलब्ध हुए उन्हें सिद्ध कर लिया गया। बंद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है।
समस्त विशुद्ध ज्ञान वेद का है वेदका पीलिक ज्ञान सार्थकालिक है। संसार के सभी मानव जाति के लिए उपकारी है। वेदों में आये विचार एवं मौलिक ज्ञान प्रकृति नियमों के पूर्णतः अनुकूल है। वेदों के ज्ञानानुकूल हम सब आर्य है। भगवान श्रीराम व श्री कृष्णा आर्य थे।
• संसार के सभी पुस्तकालयों में सबसे प्राचीनतम ग्रन्थ वेद है।
• भारतीय कालगणना के अनुसार वेदों का अभिभव काल 1960855, 123 वर्ष पुराना है।
• वेदों की भाषा वैदिक संस्कृत है, जो लौकिक संस्कृत से थोड़ी अलग है।
• रामायण, महाभारत, उपनिषद ब्राह्मण ग्रन्थ दर्शन आदि बंद की महिमा गाते हैं बंद को ही धर्म का मूल मानते है।
• वेदों की भाषा वैदिक संस्कृत है, जो लौकिक संस्कृत से थोड़ी अलग है। रामायण, महाभारत, उपनिषद ब्राह्मण ग्रन्थ दर्शन आदि बंद की महिमा गाते हैं बंद को ही धर्म का मूल मानते हैं।
आर्य समाज नई बाजार, बस्ती की गतिविधियों :-
• साप्ताहिक एवं सतसंग 8.30 बजे से 10,00 बजे
• बालक-बालिकाओं के लिए आधी दल द्वारा समय-समय पर शारीरिक, बौद्धिक परित्र निर्माण प्रशिक्षण
• नियमित निःशुल्क योग कक्षाओं राजेन्द्र जी के कुशल निर्देशन में।
• आत्मिक एवं सामाजिक उन्नति हेतु वैदिक पुस्तकालय
• विवाह, नामकरण एवं अन्य संस्कारों हेतु सुयोग्य पुरोहित की व्यवस्थानिवेदक : आर्य समाज नई बाजार, वस्ती के समस्त पदाधिकारी एवं सदस्यगण
यह कार्यक्रम दिनांक 8 दिसंबर 2022 से प्रारंभ होकर 11 दिसंबर 2022 तक चलेगा इससे पूर्व दिनांक 1 दिसंबर 2022 से आदरणीय दिनेश आर्य जी जो दिल्ली से आर्य वीर दल के प्रशिक्षक हैं वह आकर के बच्चों की तैयारी करेंगे जिसमें शोभायात्रा में बच्चों का प्रदर्शन भी हो सके और अंतिम दिन भी शौर्य प्रदर्शन बालक बालिकाओं का हो सके।