ओ३म्
आर्यवीरों के लिये कार्यक्रम जुलाई, अगस्त २०२३
प्रिय आर्य वीरो सस्नेह नमस्ते ।
ग्रीष्म अवकाश समाप्त हुआ और विद्यालय खुल गए हैं। आप अगली कक्षा में आ गए हैं इसके लिये शुभकामना । जिन विषयों में कम अंक आए हैं उनकी ओर अभी से ध्यान दें। निश्चय करें कि अगले वर्ष अधिक अंक प्राप्त करेंगे ।
दिनचर्या –
इस समय वर्षा ऋतु चल रही है जल की प्रकृति अम्लीय हो जाने तथा वातावरण में ऋतु परिवर्तन होने के कारण पाचन शक्ति मन्द हो जाती है। अतः सुपच और हल्का भोजन लें। यदि वर्षा की लड़ी लगी हुई है तो वायु के निवारणार्थ घृत, तेल में एक पूरी, गुलगुले(मीठे पकोड़े) भी कभी-कभी ले सकते हैं।
श्रावण मास में हरड़ का सेवन करने की विधि-
छोटी या बड़ी हरड़ 250 ग्राम, कास्ट्रायल 60 ग्राम, काला नमक 50 ग्राम कास्ट्रायल को गरम करके उसमें हरड़ भून लें। बादामी रंग की हो जाने पर उतार लें और गरम-गरम कूट लें। इसमें चूर्ण बना कर काला नमक मिला लें। मात्रा 3-4 ग्राम सोते समय हलके गरम जल के साथ लें। प्रात:काल खुलकर पेट साफ होगा।
व्यायाम –
वर्षा ऋतु में शरीर के बल का चतुर्थांश ही अर्थात् हल्का व्यायाम, भ्रमण, सर्वांग सुन्दर व्यायाम, सूर्य नमस्कार, भूमि नमस्कार, आसन, प्राणायाम आदि करने उचित है।सायांकाल आर्यवीर दल की शाखा लगायें।
सप्ताह के दिनों का क्रम बनाकर आर्यवीर दल के व्यायामों का अभ्यास करें ।
निषेध–
इस ऋतु में दिन में सोना निषिद्ध है ।
शयन –
ओस में, खुले में सोना मना है। बरामदा या वायु के आवागमन वाला स्थान शायन के लिये उपयुक्त है।
सार्वदेशिक आर्य वीर दल
पर्व- 15 अगस्त स्वतन्त्रता दिवस सन् 1947 – 15 अगस्त को भारत वर्ष को स्वतन्त्रता मिली जिसके लिये अनगिनत वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। इस दिन प्रातःकाल प्रभात फेरी तिरंगा ध्वज लेकर निकालें और फिर उन हुतात्माओ को श्रद्धांजलि अर्पित करे तथा अपने देशको समृद्ध और विदेशी दासता, पश्चिम की संस्कृति से मुक्त कराने का संकल्प लें |
रक्षाबन्धन
30 अगस्त – हमारा यह सांस्कृतिक पर्व है। इस दिन आर्य समाजों में जाकर यज्ञ, सत्संग में सम्मिलित होवें अथवा स्वयं यज्ञ और यज्ञोपवीत परिवर्तन करें। श्रावणी पर्व के अवसर पर वेदादि का स्वाध्याय करने का संकल्प लें। अपनी बहनों से राखी बंधवा कर उनकी रक्षा करने का संकल्प लें और साथ ही उन्हें अपनी रक्षा स्वयं करने के लिये आर्य वीरांगना दल की शाखाओं में जाने के लिये प्रोत्साहित करें अथवा उन्हें आत्मरक्षा करने का प्रशिक्षण दें ।
हैदराबाद मुक्तिसंग्राम
जब हैदराबाद के निजाम ने हिन्दुओं पर अनेक पाबंदियां लगा दी तो आर्य समाज ने इस अन्याय के विरुद्ध सत्याग्रह का बिगुल बजा दिया। हैदराबाद रियासत की जेलें सत्याग्रहियों से भर गई। अनेक वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी। अन्त में नवाब को घुटने टेकने पड़े और आर्य समाज की सारी शर्तें मानकर सभी सत्याग्रहियों को मार्ग व्यय देकर विदा किया। आर्य समाज के लिये यह गौरव का दिन है यह दिवस भी रक्षाबन्धन के दिन ही मनाया जाता है
वृक्षारोपण
आर्यवीर दल के अधिकारियों एवं स्वयंसेवक आर्य वीरों आप सभी अपने-अपने क्षेत्र में 15 जुलाई से 15 अगस्त के बीच में वृक्षारोपण जरूर करें और वृक्षारोपण करते हुए एक छायाचित्र लेकर आर्य वीर दल को जरूर भेजें ।
सभी प्रांतीय इकाई अपने यहां के कार्यक्रम एवं आगामी कार्यक्रमों को संगठन को भेजें (व्हाट्सएप 9827898510)
शुभकामनाओं सहित
– स्वामी देवव्रत सरस्वती–
सत्यवीर आर्य
(प्रधान संचालक सार्वदेशिक आर्य वीर दल)
ओ३म् 🙏
नमस्ते 🙏
मेरा नाम मुरारी कुमार है मैं झारखंड, जमशेदपुर मुसाबनी से हूं। हमारे क्षेत्र में आर्य वीर दल नहीं है। मैं आर्य वीर दल में शामिल होना चाहता हूँ। आप मुझे बताएँ मैं कैसे आर्य वीर दल में शामिल होऊँ?
संपर्क करें 9827898510